यदि आप कॉफी के शौकीन हैं तो ...

हेल्थ एक्सपर्ट मानते हैं कि कॉफी सुबह 9-10 बजे या उसके बाद ही पीना चाहिए। शोध से पता चला है कि सुबह जागने के दो घंटों तक हमारे शरीर में कॉर्टिसोल हार्मोन लेवल अच्छा रहता है, इसलिए उस समय कॉफी पीने से कोई खास फ़ायदा नहीं ।कॉफी का फायदा तब मिलता है जब आप ऑफिस पहुंच जाएं या पहुंचने वाले हों। तब आपको अधिक फुर्ती की जरूरत पड़ती है, जबकि उस वक्त कॉर्टिसल का लेवल शरीर में कम हो जाता है।
लंच के साथ कॉफी न लें। इसे भोजन के एक घंटे बाद पीएं क्योंकि तब आपको आलस्य या नींद सा महसूस होने लगता है।
डिनर के बाद कॉफी हरगिज न पीएं। इससे आपकी नींद डिस्टर्ब हो जाएगी।
दोपहर की झपकी से पहले आप चाहें तो कॉफी पी सकते हैं।
रिसर्च से पता चला है कि पावट नेप से पहले कॉफी पीने से कार्यक्षमता बढ़ जाती है।
कॉफी या किसी भी कैफीनयुक्त पेय पदार्थ के सेवन के आधे घंटे बाद आपको एक गिलास पानी जरूर पीना चाहिए ।
कॉफी में डाईयुरेटिक गुण होते हैं हैं, इसलिए पेशाब अधिक लगता है। इससे शरीर में पानी की जो कमी होती है उसकी भरपाई करना जरुरी है। कैफीन का सेवन हमेशा संतुलित मात्रा में करना चाहिए। वयस्कों को एक दिन में 400 मिग्रा से ज्यादा कैफीन नहीं लेना चाहिए। वरना पेट की गड़बड़ी, अनिद्रा व अन्य समस्याएं हो सकती हैं। किसी लाइव इवेंट के बाद एक छोटा कप कॉफी पीना फ़ायदेमंद होता है। इससे इवेंट की बातें अच्छी तरह याद रहती हैं। कॉफी का फायदा उठाने के लिए इसे बिना दूध और चीनी के पीना चाहिए । ब्लैक कॉफी या सोया मिल्क अथवा कोकोनट मिल्क के साथ कॉफी पीना बेहतर है। इसमें चीनी की बजाय शहद मिलाना चाहिए। - कॉफी का बड़ा मग न पीएं। बेहतर होगा कि कम मात्रा में उतनी ही कॉफी दो तीन घंटे के अंतर से पिएं। शोध बताते हैं कि कैफीन का कममात्रा में बार-बार सेवन करने ज्यादा फूर्ति महसूस होती है। जबकि एक बार में अधिक कॉफी पीने से एसिडिटी, या हाई बीपी की समस्या हो सकती है।

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