जलजीरा गर्मियों में फायदेमंद

आप जब चाहें जलजीरा पी सकते हैं, वो भी बिना कैलोरी की चिंता किए! इसलिए अगर आप वेट लॉस कर रहे हैं तो सोडा ड्रिक पीने से बेहतर है आप जलजीरा पियें। ये आपके शरीर के सिस्टम को डिटॉक्सीफाई करता है और शरीर को हाईड्रेट रखता है। अब तक तो आप जलजीरा के फायदों को जानकर उसे पीने का मन बना ही चुके होंगे। अगर ऐसा ही है। तो बाज़ार से जलजीरा का पैकेट लेने न निकल जाए बल्कि घर पर जलजीरा बनाएंताकि वो हेल्दी हो। वजन को घटाने में इसका अहम् रोल होता है।
यह मोटापे को control करता है और पाचन तंत्र को संतुलित करता है। जो लोग शरीर की चर्बी से परेशान हैं उन लोगों के लिए जलजीरा पीना स्वस्थ्य लाभ है। यह शरीर के मोटापे को कम करता है और शरीर को चुस्त और तंदुरस्त करता है। और भी कई सारे फायदे होते हैं जलजीरा के जिन्हे हम आपको यह विस्तार करके बताने वाले
1. गैस कब्ज से रहत दे :-
जलजीरा का पानी पीने से गैस और कब्ज की समस्या दूर हो जाती है। जब भी कच्चा खाना, या ज्यादा खाना खा लेता है तो पेट में गैस होनी शुरूहो जाती है। इस समस्या से निजात पाने के लिए जलजीरा का पानी बहुत फायदेमंद होता है। इसके अलावा अगर तनाव या चिड़चिड़ापन होने की परेशानी हो तो आप इसके जरिये आपको काफी फायदा मिलेगा और आपको शरीर हल्का हल्का महसूस रहेगा।
2. विटामिन सी की कमी में सुधार :-
गर्मियों अधिकतर शरीर में विटामिन सी की । कमी हो जाती है जिसके लिए जलजीरे का पानी सबसे अच्छा होता है। इसमें डाले जाना आला सूखे आम के पाउडर में विटामिन सी बहुत अधिक मात्रा में होता है। जो हमारे शरीर में प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधर करने में मदद करता है। शरीर को काफी लचीलापन और तंदुरस्त रखता है। विटामिन सी हमारे शरीर की त्वचा को निखारने में मदद करता है, त्वचा से समन्धित रोगों से बचाता हैं।
3. वजन को कम करे:-
जिन लोगों का वजन बहुत ज्यादा है और कण्ट्रोल नहीं हो पा रहा है उनक लिए जलजीरा काफी फायदेमंद होता है। रोजाना दो बार जलजीरा का सेवन करने से भूख कम लगती है जिससे अधिक खाना खाने से बच जाते हैं और साथ ही आपकी पाचन क्रिया अच्छी होने लगती है। इससे वजन और मोटापा जल्दी ही कम होने लग जाता है। सरव अम के पादर में विटामिन सी बहत
4. पाचन क्रिया को मजबूत करे :-
जलजीरा का सेवन करने से पाचन क्रिया में तेजी आती है, इसमें डाला गया काला नमक हमारी आँतों की गैस से लड़ता है, जिससे हमारी पाचन क्रिया तेजी से काम करती है। जलजीरे का सेवन करने से सीने की जलन से राहत मिलती है और हमारा शरीर डिहाइंट रहता है।
5. एसिडिटी की समस्या दूर करे:-
शरीर से एसिडिटी को दूर करने में जलजीरा काफी असरदार घरेलू उपाय है। अगर आप एसिडिटी से ग्रसित हो तो आप रोजाना दिन में दो बार एक गिलास जलजीरा लें और धीरे-धीरे इसका सेवन करें। नियमित रूपसे कुछ दिनों तक इसका इस्तेमाल करने से आपको काफी रहत मिलेगी। 
6. पानी की कमी को पूरा करे :-
गर्मियां ज्यादातर गमी होने से शरीर से पसीना ज्यादा निकलने से शरीर में हर समय पानी की कमी होती रहती है। इसलिए अगर आप जलजीरे का सेवन करेंगे तो शरीर में पानी की कमी नहीं होगी। जिससे आप काफी बिमारियों से बच सकते हैं।
7. रक्त की कमी दूर करे :-
जीरे में आयरन की मात्रा बहुत अच्छी मात्रा में होती है। अगर आपके शरीर में आयरन की कमी होती है तो हड्डियों में दर्दहाथपैरों की जोड़ों में दर्द होनी शुरूहो जाती है जिससे काफी समस्याएं आने लगती हैं। इन समस्याओं को दूर करने के लिए जीरे का पानी पीना काफी असरदार होता है। 8. एनीमिया रोग से बचाये:-
शरीर में अनीमिया के रोग से बचने के लिए जलजीरा काफी असरदार होता है इसमें मौजूद आयरन की मदद के से इम्युनिटी पाउडर बढ़ती है और रोग दूर होने लगता है। इसके रोजाना सेवन करने से शरीर ठंडा रहता है और नयी ऊर्जा मिलती है। "
9. मितली में लाभकारी :-
अगर आपको मिलती आती है तो इसके लिए जलजीरे का पानी काफी लाभदायक होता है। ज्यादातर गर्भवस्था के दौरान महिलाओं को होने वाली परेशानी जैसे उलटी आना बहुत कष्टदायक होता है इस दौरान अगर आप जलजीरे का हर सेवन करें तो काफी असरदार ।
10. मासिक धर्म चक्र में होने वाले दर्द से राहत:-
बहुत सी लड़कों या महिलाओं को उनके Monthly Periods के दौरान पेट में दर्द या कोई भी परेशानी होती है तो उनके लिए जलजीरा का पानी काफी लाभकारी होता है। यह पेट में होने वाली परेशानियों से निजात करता है। अक्सर Monthly Periods (MCके दौरान महिलाओं के पेट में ज्यादा गमी होती है । इसलिए यह काफी असरदार होता है।
घर पर जलजीरा कैसे बनाये
Jaljeera Recipe in Hindi
जलजीरे को घर पर बनाने के लिए आपको इन सामग्री को इकठा करना होगा।
• आधा कप पुदीना और धनिये के ताजे पत्ते।
• 3 ताजे नीबूआधा कप रायता बूंदी और 1 इंच अदरक का टुकड़ा
• 2 चम्मच भुना जीरा, 1 पिंच हींग, 3/4 छोटी चम्मच काली मिर्च
• 1 छोटा चम्मच काला नमक और आधा छम्मक सेंधा नमक ।
(अनुराग हनोतिया )

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