कितना सार्थक है स्मार्ट क्लास का उपयोग
आजकल जहाँ देखो वहीं एडुकेशन के नाम पर एक मीडिया डिवाइस देखने और सुनने को मिलती है । स्कूल हो या अन्य कोई शिक्षण संस्थान स्मार्ट क्लास का उपयोग हर तरफ जोर शोर से किया जा रहा है। स्मार्ट क्लास या प्रोजेक्टर द्वारा वीडियो दिखा कर अपने छात्रों को स्टडी करवाना आजकल का एक फैशन सा बन गया है। एडू कॉम, टीच नेक्स्ट आदि ऐसे बहुत से स्मार्ट क्लासेज़ मार्केट में उपलब्ध हैं। लेकिन एक सवाल यह है कि क्या ये स्मार्ट क्लास एक पढ़े लिखे शिक्षक की जगह हथिया सकती है। मेरा मानना है बिलकुल नहीं....... क्योंकि स्मार्ट क्लास बच्चों के मन को नहीं सकते वो काम केवल एक शिक्षक का है। किसी बच्चे की मानसिकता को कोई कम्प्यूटर या सॉफ्टवेयर इतनी बारीकी से नहीं समझ सकता जितना कि कोई शिक्षक। स्मार्ट क्लास का उपयोग विषय विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में हो तो ज्यादा बेहतर होगा। SAI KRIPA COACHING CLASSES में प्रोजेक्टर का उपयोग विषय के विशेषज्ञ द्वारा ही किया जाता है । जहाँ CBSE और MPBSE दोनों प्रकार के शिक्षण संस्थानों के सिलेबस को विषय के specialist ही समझाते हैं । Englishके लिये मनीष तिवारी सर्, Maths...